रेल मंत्री का भांजा 90 लाख रुपये घूस लेते अरेस्ट
नई दिल्ली।। सियासी
मोर्चे पर चौतरफा घिरी यूपीए सरकार की मुश्किलें इस बार रेल मंत्री पवन
बंसल के भांजे ने बढ़ा दी हैं। सीबीआई ने रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के
भांजे विजय सिंगला को रेलवे में प्रमोशन दिलाने के नाम पर रेलवे बोर्ड के
मेंबर से 90 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रेल
मंत्री पवन ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इस घूसकांड से उनका कोई
लेना-देना नहीं है। वहीं, विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति से इस मामले में
हस्तक्षेप की कर रेल मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रही हैं।
इसके पहले शुक्रवार को रेलवे में टॉप लेवल की पोस्ट को फिक्स करने के बदले में रेल मंत्री के भांजे विजय सिंगला ने रेलवे बोर्ड के मेंबर महेश कुमार से यह रिश्वत ली थी। बताया जा रहा है कि सिंगला ने पहले महेश कुमार से प्रमोशन के लिए 10 करोड़ रुपये की मांग की थी, जो बाद में 2 करोड़ रुपये पर तय हुई। पहली किस्त 90 लाख रुपये की थी।
तस्वीरों में: ये हैं यूपीए सरकार के 'घोटालेबाज'
मामले में चौतरफा दबाव के बाद रेल मंत्री ने शनिवार की सुबह सफाई देते हुए कहा है कि इस रिश्वत कांड से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे सरकारी कामकाज में किसी का दखल नहीं है। विजय का भी नहीं। रेल मंत्री ने यहां तक कहा कि इस मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने सीबीआई से मांग की कि वह इस मामले में जल्दी जांच करे। गौरतलब है कि शनिवार को बंसल को चंड़ीगढ़ जाना था, लेकिन उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया है।
रिश्वत कांड के बाद देश का सियासी माहौल भी गरमा गया है। बीजेपी ने सरकार पर सीधा हमला बोल दिया है। बीजेपी मुख्तार अब्बास नकवी ने इस मामले में सीधे पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधा है। पार्टी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने पीएम से इस्तीफा की मांग की है।
इसके पहले शुक्रवार को सीबीआई के सीनियर अधिकारियों ने बताया कि बंसल के भांजे सिंगला को चंडीगढ़ में महेश कुमार के मीडियेटर (वाहक) मंजूनाथ से 90 लाख रुपए नकद लेते हुए गिरफ्तार किया गया। कुमार को हाल में ही मेंबर (स्टाफ) के तौर पर प्रमोशन मिला है और वह मेंबर (इलेक्ट्रिकल) का लुभावना पद पाने का प्रयास कर रहे थे।
1975 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफिसर, रेलवे बोर्ड मेंबर महेश कुमार को सीबीआई टीम ने दिल्ली से मुंबई आने के तुरंत बाद गिरफ्तार किया। सीबीआई ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और आईपीसी के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जिस अन्य व्यक्ति को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है उसका नाम संदीप गोयल है। बताया जा रहा है कि यह सौदा कराने में उसने मदद की। खबर है कि इस मामले में सिंगला समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी को शनिवार को दिल्ली लाया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य शहरों में छापेमारी की। चंडीगढ़ में 2 जगहों पर छापे मारे गए हैं जिसमें से एक घर पवन बंसल के घर के पास है।
गुप्त अभियान के तहत सीबीआई ने कुमार की गतिविधियों और फोन कॉल पर नजर रखी और रिश्वत के भुगतान के समय सिंगला को दबोच लिया। सिंगला और मंजूनाथ को शहर में सीबीआई ऑफिस लाया गया जहां उन्हें हिरासत में रखा गया है। उन्हें शनिवार को दिल्ली लाने की खबर है।
कुमार पश्चिम रेलवे में महाप्रबंधक थे और उन्हें हाल में रेलवे बोर्ड मेंबर के तौर पर प्रमोशन मिला था। यह पद भारत सरकार के सचिव के बराबर है। कुमार इससे पहले, वेस्टर्न रेलवे में जीएम पद पर थे। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सिर्फ 36 घंटे के अंदर 'सबसे बड़े इंटरलॉकिंग रूट' को चालू करवाकर कुमार गिनेज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कुमार और सिंगला के अतिरिक्त सीबीआई ने गोयल और मंजूनाथ पर भी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और आईपीसी के तहत कई धाराएं लगाई गई हैं।
माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी से रेलवे के अंदर एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है। उधर, बीजेपी ने इस मामले में पवन कुमार बंसल को निशाने पर ले लिया है। उन्होंने बंसल का इस्तीफा मांगते हुए आरोप लगाया कि घूस उनके इशारे पर ली गई है। बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सरकार में लोग सोच ले रहे हैं कि घोटाले करो और सो जाओ ना कोई सुनने वाला है ना कोई देखने वाला।
इसके पहले शुक्रवार को रेलवे में टॉप लेवल की पोस्ट को फिक्स करने के बदले में रेल मंत्री के भांजे विजय सिंगला ने रेलवे बोर्ड के मेंबर महेश कुमार से यह रिश्वत ली थी। बताया जा रहा है कि सिंगला ने पहले महेश कुमार से प्रमोशन के लिए 10 करोड़ रुपये की मांग की थी, जो बाद में 2 करोड़ रुपये पर तय हुई। पहली किस्त 90 लाख रुपये की थी।
तस्वीरों में: ये हैं यूपीए सरकार के 'घोटालेबाज'
मामले में चौतरफा दबाव के बाद रेल मंत्री ने शनिवार की सुबह सफाई देते हुए कहा है कि इस रिश्वत कांड से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे सरकारी कामकाज में किसी का दखल नहीं है। विजय का भी नहीं। रेल मंत्री ने यहां तक कहा कि इस मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने सीबीआई से मांग की कि वह इस मामले में जल्दी जांच करे। गौरतलब है कि शनिवार को बंसल को चंड़ीगढ़ जाना था, लेकिन उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया है।
रिश्वत कांड के बाद देश का सियासी माहौल भी गरमा गया है। बीजेपी ने सरकार पर सीधा हमला बोल दिया है। बीजेपी मुख्तार अब्बास नकवी ने इस मामले में सीधे पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधा है। पार्टी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने पीएम से इस्तीफा की मांग की है।
इसके पहले शुक्रवार को सीबीआई के सीनियर अधिकारियों ने बताया कि बंसल के भांजे सिंगला को चंडीगढ़ में महेश कुमार के मीडियेटर (वाहक) मंजूनाथ से 90 लाख रुपए नकद लेते हुए गिरफ्तार किया गया। कुमार को हाल में ही मेंबर (स्टाफ) के तौर पर प्रमोशन मिला है और वह मेंबर (इलेक्ट्रिकल) का लुभावना पद पाने का प्रयास कर रहे थे।
1975 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफिसर, रेलवे बोर्ड मेंबर महेश कुमार को सीबीआई टीम ने दिल्ली से मुंबई आने के तुरंत बाद गिरफ्तार किया। सीबीआई ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और आईपीसी के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जिस अन्य व्यक्ति को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है उसका नाम संदीप गोयल है। बताया जा रहा है कि यह सौदा कराने में उसने मदद की। खबर है कि इस मामले में सिंगला समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी को शनिवार को दिल्ली लाया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य शहरों में छापेमारी की। चंडीगढ़ में 2 जगहों पर छापे मारे गए हैं जिसमें से एक घर पवन बंसल के घर के पास है।
गुप्त अभियान के तहत सीबीआई ने कुमार की गतिविधियों और फोन कॉल पर नजर रखी और रिश्वत के भुगतान के समय सिंगला को दबोच लिया। सिंगला और मंजूनाथ को शहर में सीबीआई ऑफिस लाया गया जहां उन्हें हिरासत में रखा गया है। उन्हें शनिवार को दिल्ली लाने की खबर है।
कुमार पश्चिम रेलवे में महाप्रबंधक थे और उन्हें हाल में रेलवे बोर्ड मेंबर के तौर पर प्रमोशन मिला था। यह पद भारत सरकार के सचिव के बराबर है। कुमार इससे पहले, वेस्टर्न रेलवे में जीएम पद पर थे। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सिर्फ 36 घंटे के अंदर 'सबसे बड़े इंटरलॉकिंग रूट' को चालू करवाकर कुमार गिनेज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कुमार और सिंगला के अतिरिक्त सीबीआई ने गोयल और मंजूनाथ पर भी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और आईपीसी के तहत कई धाराएं लगाई गई हैं।
माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी से रेलवे के अंदर एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है। उधर, बीजेपी ने इस मामले में पवन कुमार बंसल को निशाने पर ले लिया है। उन्होंने बंसल का इस्तीफा मांगते हुए आरोप लगाया कि घूस उनके इशारे पर ली गई है। बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सरकार में लोग सोच ले रहे हैं कि घोटाले करो और सो जाओ ना कोई सुनने वाला है ना कोई देखने वाला।
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