नर्इ आरक्षण नीति सरकार लागू करे नहीं तो कुर्सी खाली करे:-एड.सूर्यभान पटेल
अम्बेडकर नगरदै.मू.समाचार
आरक्षण की नर्इ नीतियों को पुन: बहाल करने के लिए बहुजन मुकित पार्टी के प्रदेश महासचिव सूर्यभान पटेल के नेतृत्व में बुधवार दिनांक 3172013 को जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन हुआ धरना को संबोधित करते हुए सूर्यभान पटेल ने कहा की संख्या के अनुपात में हिस्सेदारी हमारा संवैधानिक अधिकार है। मगर देश के शासन सŸाा पर बैठने वाले ब्राह्राणवादी पार्टियाँ कांग्रेस और भाजपा ने 66 सालाें से लागू नहीं किया और न ही इससे लागू करना चाहते है। तथाकथित आजादी के बाद से हमारे 85 प्रतिशत लोगाें को केवल 22.5 और 27 प्रतिशत आरक्षण ही लागू किया है। और उसमें भी क्रिमिलेयर जैसे षडयंत्र कर हमारे लोगाें को आरक्षण से दूर रखा और 85 प्रतिशत के नेता जो भी चुनकर गये वह इन मक्कारों में शमिल होकर इन ब्राह्राणवादियों की ही मदद करते रहें है। प्रदेश में वर्तमान और इससे पूर्व सरकारों ने भी बहुजनों को आरक्षण न देने का आश्वासन ब्राह्राणों को दिया है। जिसको बहुजन मुकित पार्टी बर्दास्त नहीं करेगी उन्हाेंने कहा कि बहुत हो चुका है। हमारे लोगों को ठगना 66 सालाें से जिस छल से बहुजनों को छला जा रहा था अब उसका खुलासा बहुजन मुकित पार्टी मूलनिवासी बहुजनाें के सामने करके देश में आन्दोलन करेगी और इनको सŸाा से खदेड़कर, कड़ी सजा दी जायेगी। उन्हाेंने कहा कि सरकार नर्इ आरक्षण नीति पुन: बहाल करे नहीं तो तो प्रदेश में सŸाा छोड़ दे उन्हाेंने कहा कि जिस मूलनिवासी बहुजन द्वारा सपा पार्टी की सरकार बनी है। उन्हीें मूलनिवासी बहुजनों के विरूद्ध कार्य करने और उनके हक और अधिकारों का दबाने का और 3.5 प्रतिशत विदेशी यूरेशियन ब्राह्राणों को पोसने के लिए अधिकार नहीं मिला हुआ है बलिक भारतीय संविधान के अनुरूप कार्य करने और उनके हितों की सुरक्षा के लिए अधिकार दिया गया है। उन्हाेंने आगे कहा कि वर्तमान सरकार केवल ब्राह्राणवादियों के हितों में फैसला दे रही है। और यह कार्य वह न्यायपालिका के सहारे से कर रही है। क्योंकि न्यायपालिका में बैठे ब्राह्राणों ने प्रदेश सरकार को अपने गिरफ्त में ले रखा है। सपा, बसपा जैसी पार्टिया उनकी दलाली का काम दिख रही करती है।
धरना प्रदेश को संबोधित करते हुए बहुजन मुकित पार्टी के जिलाध्यक्ष तीर्थराज वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक बार फिर पंडित जवाहर लाल नेहरू की तरह ब्राह्राणवादियों के पोसने का कार्य किया है। उन्हाेंने कहा कि पंडित नेहरू ने ओबीसी के हक अधिकार की रिपोर्ट बनाने वाले काका कालेकर को फटकार लगार्इ थी वहीं काम मुलायम और अखिलेश ने दोहरायाँ है। उन्होंने कहा कि डा.अनिल यादव को लखनऊ बुलाकर फटकारने से साबित होता है कि इस देश में मूलनिवासी बहुजनों के हित में कोर्इ भी सरकार कार्य करने वाली नहीं है। बलिक अपने निजी स्वार्थ के चलते और सŸाा पर बने रहने के लिए ब्राह्राणों पर भरोसा करती है। उन्होंने कहा कि 85 प्रतिशत लोगों के हक-अधिकार की उन्हें चिन्ता नहीं है। उन्हें केवल 3.5 प्रतिशत ब्राह्राणों की चिन्ता है। आगे उन्हाेंने कहा कि 250 सीटाें पर मूलनिवासी बहुजनाें ने परीक्षा में दक्षता को पार कर दिया जिनको मेरिट लिस्ट द्वारा भर्ती होना था यह ब्राह्राणों को सहन नहीें हो रहा है। और इन्हीें ब्राह्राणों द्वारा हमारे मूलनिवासी बहुजनों के छात्रों को नालायक और कम अक्ल घोषित किया जाता रहा था और षडयंत्र पूर्वक क्रिमिलेयर और अन्य जाल बुनकर उनके अधिकारों पर अपना अधिकार जमाते रहे है। जो बहुजन मुकित पार्टी अब बर्दाशत नहीं करेगी और मूलनिवासियाें के हक और अधिकार के लिए लड़ार्इ लड़ेगी। इस धरना प्रदर्शन में सैकड़ो की संख्या में लोग उपसिथत थे। साथ में भारत मुकित मोर्चा के पदाधिकार भी उपसिथत थे। जिन्हाेंने सवाल खड़ा किया जब अधिकार नहीं था तब नालायक समझते थे जब पढ़ने पर बराबरी करने लगे तो अधिकार वंचित करने पर उतारू हो गये है अब आप ही बताओ नालायक कौन है?
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