एक पशु, जो है लाखों रुपए का
रविवार, 28 अप्रैल, 2013 को 09:11 IST तक के समाचार
आप क्या करेंगे, अगर आप बिल्कुल
गज़ब का निवेश करना चाहें? बढ़िया शराब, बढ़िया कलाकृति या फिर बढ़िया
नस्लों में निवेश करना चाहेंगे?
बढ़िया पुआल के गद्दे पर लेटा वेक्सर गार्थ सचमुच सोच रहा होगा कि उसने बड़ा हाथ मारा है.वेक्सर को पालनेवाले किसान रे फर्मिंगर कहते हैं, “इसके पीछे अर्थशास्त्र ही है. इससे कोई इंकार नहीं कर सकता है. उन्होंने केवल उसके स्वास्थ्य को देखकर उसे नहीं चुना है. दरअसल, उसकी रीसेल प्राइस बहुत ऊंची है.”
कोई भी नीलामी घर दरअसल इन दिनों पशुओं की ऊंची नस्ल के लिए खासी बोली लगा रहे हैं. दुनिया के रिकॉर्ड टूट रहे हैं.
पिछले साल, टेक्सस में एक भेड़ दो लाख, 31,000 पाउंड (लगभग दो करोड़ रुपए) में बिकी थी.
लाखों पाउंड की कमाई
फिर, इतना हंगामा क्यों बरपा है? निवेशक, दरअसल अपनी उम्मीदें पशुओं की कीमत बढ़ने पर लगाए हैं. उनसे अच्छी गुणवत्ता का मांस और भारी मात्रा में दूध मिलने की उम्मीद जो है."इसके पीछे अर्थशास्त्र ही है. इससे कोई इंकार नहीं कर सकता है. उन्होंने केवल उसके स्वास्थ्य को देखकर उसे नहीं चुना है. दरअसल, उसकी रीसेल प्राइस बहुत ऊंची है"
वेक्सर को पालनेवाले किसान फर्मिंगर
ब्रिटिश कैटल ब्रीडर्स क्लब के चेयरमैन फिलिप हॉलहेड कहते हैं, “मैं उन अमेरिकी निवेशकों की कल्पना करता हूं जिन्होंने वेक्सर नाम के उस सांड को खरीदा. वे दरअसल उसके वीर्य (सीमेन) को 50 पाउंड से 100 पाउंड (4000 से 8000 रुपए) में बेचने की योजना बनाए हैं.
फिलिप बताते हैं कि वेक्सर जैसा सांड उनलोगों के लिए रिकॉर्ड तोड़ कमाई करवा सकता है.
वेक्सर के पहले के मालिकों, सारा और जैन बूमार्स ने अपनी पारिवारिक परंपरा को बचाकर रखा.
वे दरअसल वेक्सर को जब रे फिर्मिंगर की सहायता से ख़रीद रहे थे, तो अपने परिवार के मूल्य को ही आगे बढ़ा रहे थे.
सारा कहती हैं, “कैरोलाइस की नस्ल हमारी पहली पसंद थी, जब हमने 2003 में अपना फर्म खरीदा था. उस समय इसकी अच्छी मांग थी.”
पैसों की बचत
मांस की बढ़ती मांग ब्राजील और चीन की तरफ से हो रही है, जो उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं हैं.इसी वजह से न केवल ब्रिटेन में, बल्कि अमरीका में भी ऐसे पशुओं की कीमत में खासा इज़ाफ़ा हुआ है.
उत्तरी अमरीकी लिमोज़िन फाउंडेशन के जो एपर्ली कहते हैं कि अर्थव्यवस्था ने ही पिछले पांच वर्षों में उत्पादों के दाम बढ़ा दिए हैं. वह लिमोजिन नस्ल की खरीद-बिक्री देखते हैं.
फिलिप हॉलहेड की मानें तो, भेड़ों और बैलों की बिक्री एक तयशुदा मुनाफे का धंधा है.
जोखिम तो है
केंटुकी के डी पी सेल्स मैनेजमेंट के डग पर्के का मानना है कि बाहर के निवेशक अधिकतर बैंकिंग या निर्माण उद्योग से आते हैं.वह बताते हैं कि बिना जोखिम के हालांकि ये धंधा भी नहीं होता है. अचानक से आपका निवेश कोई चुरा ले जा सकता है या उसकी मौत हो सकती है.
इस धंधे में आपका निवेश आपकी प्रतिष्ठा है. अगर आप ढंग से निवेश करना चाहते हैं तो पहले पशुओं के बारे में पूरी जानकारी ले लें.
आखिरकार, आपका सांड अगर ढंग का है, तो वह राजा है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें