शुक्रवार, 23 अगस्त 2013

15 अगस्त को आश्रम में थे आसाराम और लड़की!

15 अगस्त को आश्रम में थे आसाराम और लड़की!

| Aug 22, 2013 at 04:29pm | Updated Aug 23, 2013 at 08:37am


नई दिल्ली। एक नाबालिग से बलात्कार के आरोपी आसाराम को यकीन है कि कोई उन्हें जेल नहीं भेज सकता। लेकिन जोधपुर पुलिस की जांच में जो बातें सामने आ रही हैं, वो इस बात की तरफ इशारा कर रही हैं कि आसाराम के लिए आने वाले दिन मुश्किल भरे हैं। जोधपुर पुलिस का कहना है कि लड़की के बयान और वारदात की जगह की परिस्थितियां मेल खा रही हैं। आईबीएन7 ने भी इस सच्चाई की पड़ताल करने की कोशिश की। लड़की के मुताबिक आसाराम ने 15 अगस्त को मणाई के फार्महाउस में उसके साथ बलात्कार किया।
आईबीएन7 सच की तलाश में पहुंचा। जोधपुर से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर मौजूद है एक फॉर्म हाउस। यहीं पर बना है आसाराम के रहने के लिए आश्रम। शहर के शोरगुल से दूर। बेहद शांत और आलीशान। आईबीएन7 के सामने पहला सवाल ये था कि आसाराम पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की क्या इस आश्रम में आई थी। अगर वो यहां आई थी तो कितने दिन रही। मणाई के इस फार्म हाऊस के केयरटेकर और उसके मालिक ने जवाब दिया कि वो लड़की यहां 14 से 15 तारीख तक रुकी थी। पीड़िता के माता-पिता भी साथ थे।
नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने उसके साथ 15 अगस्त की रात को बलात्कार किया और ये बलात्कार इसी मणाई के फार्म हाउस में मौजूद आश्रम में हुआ। अब सवाल ये कि आखिर 15 अगस्त की रात को आसाराम कहां थे। जवाब केयर टेकर और फार्महाउस के मालिक दोनों ने दिया। आसाराम उस रात इसी फॉर्म हाउस में थे। वे 11 से 16 तारीख तक यहीं रुके। आसाराम इस आश्रम में बनी एक कुटिया में रुके थे। बुधवार को आसाराम की प्रवक्ता नीलम दुबे ने दावा किया था कि आसाराम कभी अकेले नहीं होते। वो ऐसा कर ही नहीं सकते।
सवाल ये कि आखिर 15 अगस्त की रात, नाबालिग के आरोपों की मानें तो उसके साथ बलात्कार की रात, आसाराम कहां थे। क्या वो भीड़ के साथ थे या फिर अकेले थे। इसका जवाब भी केयर टेकर से मिला। उसके मुताबिक आसाराम एक अलग कुटिया में रहते हैं। और रात को वहां किसी का भी आना जाना मना है। यानि वहां सिर्फ आसाराम और उनका एक सेवादार ही रहता है। ये कुटिया खासतौर से आसाराम के लिए ही बनाई गई है। यहां कोई भक्त भी नहीं पहुंच सकता है।
आईबीएन7 की पड़ताल में अब तक तीन बातें साफ हो चुकी थीं। 1. आसाराम 11 से 16 तारीख तक मणाई के इसी फॉर्म हाउस में थे। 2. नाबालिग लड़की भी अपने माता-पिता के साथ 14 और 15 को इसी फॉर्म हाउस में थी। 3. आसाराम के लिए अलग से कुटिया है। हमेशा उनके साथ भीड़ नहीं होती।
नाबालिग लड़की का आरोप है कि 14 अगस्त को वो अपने माता-पिता के साथ मणाई के फॉर्म हाउस में आई थी। 15 अगस्त की रात को पीड़ित लड़की को अनुष्ठान के नाम पर माता-पिता से अलग दूसरी कुटिया में ले जाया गया। और आसाराम ने यहां इसके साथ बलात्कार किया। उसे जान से मारने की धमकी दी। जुबान बंद रखने को कहा। बोलने पर छिंदवाड़ा में पढ़ने वाले उसके भाई और माता-पिता को जान से मारने की धमकी भी दी गई।
आसाराम के प्रवक्ता ने उनके बचाव में काफी कुछ कहा है। उनका ये भी कहना है कि आसाराम जोधपुर के आश्रम में नहीं थे। लेकिन वो इस बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं कि आखिर 11 से 16 अगस्त के बीच आसाराम मणाई के इस फार्म हाउस में थे या नहीं। यानी आसाराम जोधपुर से 20 किलोमीटर दूर मणाई गांव में मौजूद इस आश्रम में थे इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। लड़की भी उस वक्त यहीं थी इससे भी अब शायद आसाराम का आश्रम इनकार नहीं कर सकता। अब सवाल सिर्फ इस बात का है कि लड़की के साथ यहां बलात्कार हुआ है या नहीं।
मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हो चुकी है। तो सवाल अब ये बचता है कि आखिर ये बलात्कार किया किसने। अगर वो आसाराम नहीं हैं तो फिर और कौन है? सवाल ये भी है कि लड़की सिर्फ आसाराम का ही नाम क्यों ले रही है? इन सवालों के जवाब सिर्फ आसाराम को देना है।

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