रविवार, 13 अक्तूबर 2013

. Bharatiya vidhyarthi morcha maharaili U.P



 भारतीय विधार्थी मोर्चा के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा!
इलाहाबाददै.मू.समाचार
उŸार प्रदेश में सपा सरकार द्वारा बहुजनों के विरोध में जाकर उŸार प्रदेश लोक सेवा आयोग में जो आरक्षण प्रक्रिया शासक वर्ग द्वारा असंवैधानिक चल रही थी जिसे डा.अनिल कुमार यादव (यू.पी लोक सेवा आयेग के अध्यक्ष) ने संवैधानिक आरक्षण बहाल किया था लेकिन ब्राह्राणवादियेां की बेर्इमानी सामने आने के बाद आरक्षण विरोधियों ने छोटी सी रैली निकाली हंगामा किया जिसमें सपा सरकार उनके आगे झुक कर गैर संवैधानिक निर्णय देकर आरक्षण विरोधियों का समर्थन किया दूसरी ओर आरक्षण समर्थकों को हर बार दबाने का कार्य शासन-प्रशासन द्वारा किया, दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने संवैधानिक प्रक्रिया बहाल करने से मना करते हुए अपनी मजबूरी बताया मगर यह नहीं बताया की बहुजनों की बजाए अल्पजनों का समर्थन करने के पीछे क्या मजबूरी है वहीं आज के हालातों को देखकर एक आम-आदमी को पता है कि प्रदेश में क्या हो रहा है। प्रदेश की जनता की क्या हालात है तो क्या मुख्यमंत्री को पता नहीं है इससे सिद्ध होता है। कि सपा सरकार बहुजनों की होते हुए सवर्णों का काम कर रही है। वही बहुजनों का सत्यानाश करने का काम हो रहा है। इसी विरोध के चलते इलाहाबाद में भारतीय विधार्थी मोर्चा के आहवान पर विशाल रैली का आयोजन किया गया था जो उम्मीद से कर्इ गुना सफल रहा इस रैली में उपसिथत भारतीय विधार्थी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सपा सरकार एवं आरक्षण विरोधियों को दर्शा दिया है कि अब मूलनिवासियों को गुलाम बनाकर और विरोध के षडयंत्र कर दबाने का समय खत्म हो गया है।
भारतीय विधार्थी मोर्चा कार्यकर्ता उŸार प्रदेश के 75 जिलों से सुबह से इलाहाबाद में आने शुरू हो गये थे वही प्रशासन ने सोचा होगा कि गुलाम लोगों की कितनी संख्या होगी एक-दो हजार इन्हे शुरू में लाठी मारों बाकी डरकर भाग जायेगें। जो शायद इससे पहले बिना नेतृत्व में एक रैली हुर्इ थी जिन्हे खदेड़ने में सफल रहे थे शायद उसे ध्यान में रखकर सुबह लाठी मारी मगर भारतीय विधार्थी मोर्चा के कार्यकर्ता डटे रहे। दूसरी तरफ अनेक जिलों से आने वाली बसाें, ट्रेनों, से लोगों का आना जारी था जो दोपाहर 12 बजे तक 15 हजार लोग पहुँच चुके थे जिसे देखकर पुलिस बल ने अपना इरादा बदलकर पुलिस लार्इन की ओर ले जाने का प्रयास किया वहीं विधार्थी भी प्रशासन का विरोध किये बिना पुलिनस लार्इन चल दिये क्योंकि प्रशासन ने पत्रिका मैदान को रदद कर दिया था जबकि पहले प्रमीशन दी थी इसी बीच एक तरफ पुलिस लार्इन का मैदान छोटा पड़ने लगा दूसरी तरफ लोगों का अपने साधन, ट्रेक्टर, बसो, छोटी गाडि़यों से आना जारी था जो दोपहर दो बजते-बजते हजारों की संख्या में लोग पहुँचने लगे जिसे देखकर प्रशासन ने पत्रिका मैदान में सभा करने की इजाजत दे दी क्योंकि एक तरफ पुलिस लार्इन भर रहा था दूसरी तरफ पत्रिका मैदान में लोग छुपकर पहुँच गये थे दोनों तरफ 50 हजार से ज्यादा लोगों की उपसिथति देखकर प्रसाशन ने अखिरकार सभा करने की इजाजत दे दी। वही इणिडयन लायर्स प्रोफेशनल ऐशोसियशन के प्रदेश अध्यक्ष एड. बी.एम. सिंह ने प्रशासन को संविधान के दायरे में रहकर सभा करने का भरोसा दिलाया वैसा ही शानितपूर्ण तरीके से सभा हुर्इ लेकिन शासन-प्रशासन की सांसे फूलने लग गर्इ थी क्योंकि कांशीराम की बहुजन रैली के बाद यह पहली बार इतनी बड़ी भारतीय विधार्थी मोर्चा की रैली वह भी कम समय में हुर्इ है। इलाहाबाद के हर गली, बजार और सड़को पर भारतीय विधार्थी मोर्चा अपने-अपने जिलों के बैनर सहित दिखार्इ दिये।
एड.बी.एम.सिंह ने बोलते हुए कहा कि राज्य लोक सेवा आयोग का गठन संविधान के अनुच्छेद 315 के अन्तगर्त किया गया है। जो राज्य सरकार के अधिकार में नहीं है। यह स्वतंत्र संवैधानिक संस्था है। जो राज्य लोक सेवा द्वारा संविधान के अनुच्छेद 15 और 16(4) के अन्तगर्त आरक्षण बहाल किया है। मगर आरक्षण विरोधियों ने विरोध के आगे अखिलेश सरकार झुक कर गैर संवैधानिक निर्णय दिया जिसके विरोध में यह  भारतीय विधार्थी मोर्चा ने रैली की है। जो अपने संवैधानिक अधिकारों की मांग कर रही है। जिन्हें प्रदेश सरकार को तुरन्त बहाल करना चाहिए जो कोर्इ भीख नहीं है। इनके हक और अधिकार है। लेकिन सपा सरकार द्वारा अधिकारों के विरोध में जाकर 85 फीसदी लोगों के हक अधिकार मारने और 3 फीसदी की खुशामंदगी करने का काम कर रहे है। इसे हम हरगिज नहीं होने देगें हम सवैधानिक लड़ार्इ के लिए भारतीय विधार्थी मोर्चा को समर्थन देने के साथ इनकी लड़ार्इ में साथ सहयोग करने का पूर्ण रूप से भी अधिवक्ताओं की ओर से समर्थन करेगें।
बहुजन मुकित  पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष मा. प्रवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि तत्सम वर्ग जिसमें विशेषकर ब्राह्राण वर्ग बहुजनों के अधिकारों का हनन करते आया है। जिसकी वजह से समानता पाना तो दूर की बात समानता में आने से रोकने का काम करते आये है। वही हमारे समाज के कुछ लोग बाबा साहेब की मेहरबानी से राजनीति में स्थान पाये है। वह बहुजनों की मजबूती की बजाये सिर्फ अपना स्वार्थ देख रहे है। जो बिना लगाम की राजनीति कर रहे है। उन्हे अब बहुजन मुकित पार्टी सबक सिखायेगा आगे आपने कहा कि आज के इस भारतीय विधार्थी मोर्चा के मंच से इन्हे समर्थन करने के साथ आहवहन करता हूँ कि भारतीय विधार्थी मोर्चा के अधिकारों की लड़ार्इ में पार्टी के साथ अधिकारों की लड़ार्इ में हमेशा साथ सहयोग करेगें।
इस सभा में सुबह से उपसिथत एड. जे.एस.कश्यप (कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बहुजन मुकित पार्टी) ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत में बहुजन वर्ग पर शासक वर्ग एवं उनके सहयोगी पार्टियाँ अनदेखी कर रहे है। जिसके चलते बहुजनों का जीना दूभर हो रहा है। वही अल्पजन शासक वर्ग ने सभी व्यवस्थाओं पर कब्जा कर रखा है फिर भी षडयंत्र कर रहा है। आगे सवाल खड़ा करते कहा कि तथाकथित आजादी से ही आरक्षण का विरोध क्यो कर रहे है। में उन आरक्षण विरोधियों को कहना चाहता हूँ। कि यह आरक्षण मूलनिवासी बहुजनों का मौलिक अधिकार है। जिसको पिछले 66 सालों में पूर्णरूप से लागू नहीं किया इसलिए एक तरफ असमानता बनी हुर्इ है। वही दूसरी तरफ विरोध क्यो कर रहे है। जिसके पीछे स्पष्ट हो रहा है। कि शासक वर्ग एवं उनके सहयोगी समानता लाना नहीं चाहते बहुजनों को गुलाम बनाकर रखना चाहते है।
जो हजारों वर्षो से गुलामी में रखा था मनुस्मृति कानून के तहत बोलने, लिखने, पढ़ने यहाँ तक अच्छी बात सुनने एवं आरक्षण करने तक अधिकार नहीं था आज जब कुछ अधिकार मिले है तो उसे खत्म करने का काम कर रहे है। मगर अब बहुजन मुकित पार्टी ऐसा नहीं होने देगी। पार्टी समता, स्वतंत्रता, बन्धुता पर आधारित न्याय व्यवस्था के साथ मान, सम्मान से जीने के लिए गैर ब्राह्राणवादी पार्टी का निर्माण किया गया है। ताकि किसी प्रकार का घुसपैठ एवं विचारों में भिनता नहीं आये क्योंकि बहुजन मुकित पार्टी ने पिछले इतिहास को ध्यान में रखकर पार्टी का निर्माण किया है। अन्त में आपने कहा कि यह भारतीय विधार्थी मोर्चा की सिर्फ लड़ार्इ नहीं है। यह पूरे बहुजन समाज की लड़ार्इ है। इसलिए इसे पूरे समाज को साथ सहयोग से अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए ऐसी लड़ार्इयाँ लड़ना होगा इस महारैली में उदघाटक डा. एम.के संखवार (प्रदेश अध्यक्ष, भारत मुकित मोर्चा उ.प्र.) ने अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत मुकित मोर्चा बहुजनों की समस्याओं को पूरे भारत में उठा रहा है। और समस्याओं से निजात पाने के लिए वर्तमान व्यवस्था को परिवर्तन करने के लिए राष्ट्रव्यापी जनआन्दोलन की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उसी में भारतीय विधार्थी मोर्चा भी एक संगठन अपने अधिकारों की लड़ार्इ लड़ रहा है। इनके अधिकारों के लिए भारत मुकित मोर्चा पहले ही समर्थन का ऐलान कर चुका है फिर एक बार इस मंच से समर्थन करने के साथ भारतीय विधार्थी मोर्चा को पूरे भारत में साथ सहयोग देने के साथ आजादी की लड़ाकि में राष्ट्रव्यापी जनआन्दोलन खड़ा करने में सभी को मिलकर काम करना होगा तभी हम मूलनिवासी अपने अधिकारों को बचा पायेगे और समानता के लिए व्यवस्था बना पायेगें।
इस महारैली के बाद सभा में कर्इ लेागों ने 2011 की पी.सी.एस. परीक्षा में गैर आरक्षण प्रावधान के विरोध में प्रदेश सरकार के निर्णय की खिलाफत करते हुए अपनी बात रखी जिसमें विशेषकर मा. जितेन्द्र यादव (राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इणिडया बैकवर्ड स्टूडेन्टस फोरम जे.एन.यू दिल्ली) प्रदीप अम्बेडकर (प्रदेश प्रभारी भारत मुकित मोर्चा एवं बामसेफ), मा. राकेश पासवान, मा. जय प्रकाश गुप्ता, एड. राजेश्वर, मा.एस.के निराला, आदि ने अपनी बात रखी अन्त में धन्यवाद ज्ञापन भारतीय विधार्थी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मा. योगेश राव ने बोलते हुए कहा की सभी लोगों ने हमारा साथ सहयेाग किया और इस रैली और सभा  को सफल बनाया इसके लिए में सबका आभारी हूँ और धन्यवाद देना चाहता हूँ साथ ही में अपील करना चाहता हूँ कि अगर प्रदेश सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो आने वाले समय में ऐसी रैलियाँ प्रत्येक जिले में करेगें तथा लखनऊ में महारैली का आयोजन कर प्रदेश सरकार पर दबाव बनायेगें। जिसके लिए आये हुए सभी प्रबुद्धजनों से अपील करता हूँ कि ऐसा ही साथ सहयोग कर भारतीय विधार्थी मोर्चा और मूलनिवासी बहुजनों की समस्याओं का समाधान करने की ओर आगे बढ़ेगे धन्यवाद!




















































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