शुक्रवार, 15 नवंबर 2013

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सबसे पहले सभी पाठको को जय मूलनिवासी
जैसा कि आप लोगाें को जानकारी होगी कि भारत देश में ब्राह्राणवादी व्यवस्था इतना हावी है कि यहां के जो वास्तविक मूलनिवासी है उनकी हालत बद से बदतर है। अत: उनकी हालत को सुधारने और उनको हक और अधिकार दिलाने के लिए अनके महापुरूषों ने अपना सारा समय लगा दिया। मगर यह जो व्यवस्था है वह अभी खत्म नहीं हुर्इ। इसलिए यह जो महापुरूषों की लड़ार्इ थी वह आज भी चल रहा है। बामेसफ एवं भारत मुकित मोर्चा द्वारा इस आन्दोलन को लगातार बढ़ाया जा हा है। और अब यह आन्दोलन बड़े पैमाने पर पूरे भारत और आल वल्र्ड में चल रहा है। और हर साल इस आन्दोलन का राष्ट्रीय स्तर पर अधिवेशन किया जाता है जिसमें विश्व से अनेक लोग आते है और अपने विचार व्यक्त करते है। यह काम लगातार चलता है। यह हर साल भारत में अलग-अलग राज्यों में होता है। अबकी बात यह राष्ट्रीय अधिवेशन उŸार प्रदेश राज्य में होने जा रहा है। मान्यवर कांषीराम सांस्कृतिक स्थल (निकट बिजली पासी किला) बंगला बाजार रोड, लखनऊ, उत्तर प्रदेष में होने जा रहा है। अत: आप सभी मूलनिवासियों से विन्रम निवेदन है कि अबकी बार बड़ी संख्या मेंं आकर इस राष्ट्रीय अधिवेशन को सफल बनाये।




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डोंबारी बुरु

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