साथियों आज भारत मुकित मोर्चा इस देश में एक क्रांति के रूप में बहुत तेजी से उभर रहा है। जिसका मूल कार्य इस देश में फैले ब्राह्राणवाद को खत्म करने का है। भारत मुकित मोर्चा, बामसेफ एवं राष्ट्रीय मूलनिवासी संघ का एक अंग है। इस देश का मूलनिवासी जो 85 प्रतिशत है। लेकिन इस देश में शासन कर रहे कुछ चन्द लोगों ने इस मूलनिवासियाें को गुलाम बनाकर रखा है। और इस देश का मूूलनिवासी इनके द्वारा फैलाये गये पाखण्ड में फसा हुआ है। और इनकी गुलामी कर रहा है। बामसेफ ने ब्राह्राणाें द्वारा फैलाये गये पाखण्ड को खत्म करके औरूलनिवासियों को इनसे आजाद कराने के लिए भारत मुकित मोर्चा का निर्माण किया है। जब से यूरेशियन ब्राह्राण इस देश में आये तो उन्होंने यहा पर कब्जा किया और कब्जा करने के बाद इस देश में समता, स्वतंत्रता, बन्धुत्व, भार्इचारा और न्याय पर आधारित समाज रचना समाप्त करके, असमानता, परतंत्रता, वैमनसता, पाख्ण्ड, अंधविश्वास और अन्याय पर आधारित अपनी एक सभ्यता थोपी, जिसका नाम 'ब्राह्राणवादी व्यवस्था है। इसी व्यवस्था को समाप्त कर भारत के मूलनिवासियाें की जो वास्तविक व्यवस्था थी उसको लागू करने का काम भारत मुकित मोर्चा कर रहा है। अत: सभी मूलनिवासी भार्इयों से निवेदन है कि इस आन्दोलन में सहभागी होकर इस आन्दोलन को जल्द से जल्द सफल बनाये। -जय मूलनिवासी
रविवार, 2 जून 2013
भारत मुकित मोर्चा
साथियों आज भारत मुकित मोर्चा इस देश में एक क्रांति के रूप में बहुत तेजी से उभर रहा है। जिसका मूल कार्य इस देश में फैले ब्राह्राणवाद को खत्म करने का है। भारत मुकित मोर्चा, बामसेफ एवं राष्ट्रीय मूलनिवासी संघ का एक अंग है। इस देश का मूलनिवासी जो 85 प्रतिशत है। लेकिन इस देश में शासन कर रहे कुछ चन्द लोगों ने इस मूलनिवासियाें को गुलाम बनाकर रखा है। और इस देश का मूूलनिवासी इनके द्वारा फैलाये गये पाखण्ड में फसा हुआ है। और इनकी गुलामी कर रहा है। बामसेफ ने ब्राह्राणाें द्वारा फैलाये गये पाखण्ड को खत्म करके औरूलनिवासियों को इनसे आजाद कराने के लिए भारत मुकित मोर्चा का निर्माण किया है। जब से यूरेशियन ब्राह्राण इस देश में आये तो उन्होंने यहा पर कब्जा किया और कब्जा करने के बाद इस देश में समता, स्वतंत्रता, बन्धुत्व, भार्इचारा और न्याय पर आधारित समाज रचना समाप्त करके, असमानता, परतंत्रता, वैमनसता, पाख्ण्ड, अंधविश्वास और अन्याय पर आधारित अपनी एक सभ्यता थोपी, जिसका नाम 'ब्राह्राणवादी व्यवस्था है। इसी व्यवस्था को समाप्त कर भारत के मूलनिवासियाें की जो वास्तविक व्यवस्था थी उसको लागू करने का काम भारत मुकित मोर्चा कर रहा है। अत: सभी मूलनिवासी भार्इयों से निवेदन है कि इस आन्दोलन में सहभागी होकर इस आन्दोलन को जल्द से जल्द सफल बनाये। -जय मूलनिवासी
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