जो कुछ मैं कर पाया हूँ, जीवन भर मुसीबत सहन करने, विरोधियाें से टक्कर लेने के बाद ही कर पाया हूँ। जिस कारवां को आप देख रहे हैं, उसे मैं अनेक कठिनार्इयों से यहां ले आया हूँ। अनके अवरोध, जो इसके मार्ग में आ सकते हैं, के बावजूद इस कारवां को बढ़ते रहना है। अगर मेरे अनुयायी इसे आगे ले जाने में असमर्थ रहें, तो उन्हें इसे यहीं पर छोड़ देना चाहिए, जहां पर यह सब है। पर किन्ही भी परिसिथतीयों में इसे पीछे नहीं हटने देना है। मेरी जनता के लिए यही संदेश है।- डा.बाबासाहब अम्बेडकर
यह संदेश बाबा साहब ने भारत के उन दलाल-भड़वो को दिया है जिन्हाेंने बाबा का साथ नहीं दिया नहीं तो आज हमारे भारत की हालात ऐसी नहीं होती। अब भी समय है मा.वामन मेश्राम (राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारत मुकित मोर्चा) द्वारा चलाये जा रहे बाबासाहब के मिशन में तन-मन-धन से सहयोग करें-जय मूलनिवासी
सोमवार, 3 जून 2013
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