RSS के पंडीतोँ का खुद्द का संविधान है
- Friday, 16 August 2013 03:28
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सिर्फ Cast है. समाज तो सिर्फ Buddha के काल मे था जिसका नाम Bahujan Samaj था. बहुजन मतलब बहुसंख्य लोग. इसलिए अल्पसंख्य बम्मनोँ ने हमे जातीयो मे बटोरकर खुद Aarya Samaj कि स्थापना कि. यह सभी History Rss के Cadders अच्छी तरह से जानते है, इसलिए वह कभी चौरंगी झंडा नही लहराते । क्योँकी झंडे मे सम्राट अशोका का चक्र है जो कि Buddhist संस्कृती कि पहचान है. और Rss के Sevak तो बौध्द धम्म को अपना कट्टर शत्रू मानते है । इतना ही नही बल्की हमारे Bharat की भाषा Pali थी ब्राम्हणोँ ने पाली के ही कुछ Words चुराकर उसकी संस्कृत भाषा बना दी. RSS के कट्टर पंथी लोग संस्कृत का / Manu Smriti का हर रोज पठन करते है. क्या ऐसे ढोँगी संगटन के लोगोँ को हमारे देश मे रहेने का कोई अधिकार है?? क्या यह लोग Bharat के असली दुश्मन है???
- निरंजन लांडगे...
http://www.bahujanindia.in/index.php?option=com_content&view=article&id=15712:-rss--------&catid=129:2011-11-30-09-48-05&Itemid=534
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