फरीदाबाद (हरियाणा)/दै.मू.समाचार
बहुजन मुक्ति पार्टी ने चुनाव आयोग के विरोध मंे लोकतंत्र बचाओ अभियान के अंतर्गत आज 22 जून 2014 को देश के 29 राज्यांे मंे 535 जिलांे मंे राष्ट्रव्यापी धरना प्रदर्शन किया। जिसके अन्तर्गत बहुजन मुक्ति पार्टी के फरीदाबाद (हरियाणा) यूनिट ने उपायुक्त कार्यालय फरीदाबाद (हरियाणा) के प्रांगण मंे ईवीएम मशीनांे के मुद्दे पर चुनाव आयोग के विरोध मंे धरना प्रदर्शन करते हुए बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मा.कमल चन्द एडवोकेट ने कहा कि देश मंे पहली लोकतंत्र को खत्म करने के खिलाफ हो रहे षड्यंत्र को रोकने के लिए राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन दिया गया है। तथा राष्ट्रपति जी से यह भी कहा गया है कि 16 मई 2014 को घोषित चुनाव परिणाम के मद्दे नजर हमारी पार्टी का ईवीएम मशीनांे से भरोसा खत्म हो गया है।। जिस तरीके से बैलेट पेपर पर भौतिक सत्यापन संभव है वैसे ईवीएम में वोटांे की संख्या को वेरीफाई करना संभव नहीं है। जिस नाम के सामने बटन दबाया गया है वह वोट उसी उम्मीदवार को गया है या नहीं इसे ईवीएम मंे सत्यापित करना संभव नहीं है। ईवीएम मंे मतदाताआंे की इच्छा के विरूद्ध हेराफेरी करना कोई मुश्किल काम नहीं है। बहुजन मुक्ति पार्टी चाहती है कि भविष्य मंे मतदाताआंे की इच्छा जानने के लिए ईवीएम मशीन का प्रयोग बंद होना चाहिए या फिर ऐसी व्यवस्था की जाए कि मशीन से पेपर स्लीप बाहर निकले जो बैटल बाॅक्स मंे डाली जाए और ईवीएम का आंकडा पेपर स्लीप की गिनती के साथ टैली हो. इसके लिए इण्डियन इलेक्शन सर्विस का कैडर होना चाहिए जो राज्य और केन्द्र सरकार के नियंत्रण मंे नहीं हो। तभी फ्री एण्ड फेयर इलेेक्शन संभव होगा। और जनता की वास्तविक इच्छा का पता चल सकेगा।
चुनाव आयोग के विरोध मंे लोकतंत्र बचाओ अभियान के मुद्दे पर एक अन्य राजनीतिक पार्टी ‘‘हिन्दुस्तान क्रांति दल’’ का सहयोग भी हमारी पार्टी को मिला हिन्दुस्तान क्रान्ति दल के राष्ट्रीय महासचिव मा.शकील खान सैफी हमारे ज्ञापन को पढ़ कर लोगांे को सुनाया।
मुजफ्फरपुर/दै.मू.समाचार
चुनाव आयेाग द्वारा ई.वी.एम. मशीन में धोखाधड़ी को लेकर बहुजन मुक्ति पार्टी नारे बाजी के साथ धरना प्रदर्शन किया। बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मा. विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में रविवार को मुजफ्फरपुर (बिहार) में ई.वी.एम. मशीन को लेकर धरना प्रर्दशन किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मा. सिंह ने कहा कि
लोकतंत्र में चुनाव आयेाग ई.वी.एम. मशीन का प्रयोग कर देश के साथ धेखा धड़ी कर रही है। इसी धोखाधड़ी के साथ ई.वी.एम. मशीन में छेड़ छांड़ करके भाजपा की सरकार को बनाया जो देश जनता के साथ धोखा है। और इसको बीएमपी विरोध करती है।
ज्ञापन देते हुए मा. विजय सिंह ने कहा कि ई.वी.एम. मशीन को तत्काल बन्द किया जाए और बैलट पेपर का प्रयोग किया जाए जिससे लेाकतंत्र मयार्दा बना रहे नहीं तो बीएमपी इसके विरोध में जनआन्दोलन करने को बाध्य होगी धरना प्रदर्शन में डा. यू.एस. सहनी, नरेश कुमार निषाद, विन्देश्वरी ठाकुर, बालक नाथ सहनी, मदन कुश्वाहा, राम नरेश यादव, लड्डू सहनी (जिला अध्यक्ष) पप्पू यादव (जिला प्रवक्ता) अरविन्द पासवान, जयनाथ राम, आशुतोष राम, मुकेश सहनी, चन्दन कुमार, विरेन्द्र कुमार सहनी, सुरेन्द्र चन्द्रवंशी तथा अन्य कार्यकर्ता में उपस्थित रहे।
सहारनपुर/दै.मू.समाचार
चुनाव आयेाग के द्वारा जिस ई.वी.एम. का प्रयोग किया जाता है। उस मशीन को बनाने वाले देश जापान व अल्पविकसित देशों में भी ई.वी.एम. का प्रयोग नहीं किया जाता है। वर्ष 2010 में इसके प्रयोग को लेकर माननीय न्यायालय में वाद दायर किया गया जिसमें माननीय न्यायालय के ई.वी.एम. में वोट डालने के बाद एक पर्ची देने का आदेश किया गया जिससे यह पक्का हो सके। कि वोटर का वोट उसके द्वारा दिये गये बटन पर गया। लेकिन चुनाव आयोग ने ऐसा नहीं किया।
सभा की अध्यक्षता कर रहे बहुजन मुक्ति पार्टी के मण्डल कोआर्डिनेटर एडवोकेट विनोद तेजियान ने बताया कि ई.वी.एम. के माध्यम से लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है। दूसरी ओर जनपद में गुण्डा राज चरम पर है। बाबेल, शिमलना, नन्दपुर काण्ड के दोषियों को सजा अभी तक नहीं मिली। दल्हेडी गांव में दिनांक 13-6-2014 को सरेआम गोली मारकर हत्या की गयी। इससे यह साबित हो रहा है कि कानून की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। मूलनिवासी लोगों को कीडे मकोड़ों की तरह मारा जा रहा है। यह भी घोषणा की गयी कि दल्हेडी काण्ड को लेकर बहुजन मुक्ति पार्टी दोषियों को सजा दिलाने के लिए जनपद में बहुत बड़ा आन्दोलन करेगी। बीएमपी के प्रदेश सचिव इन्तखाब आजाद ने बताया कि जनपद में ऐसी घटनाओं को लेकर दोषियों को सजा दिलाने के लिए बड़ा आन्दोलन होगा। बैठक में मृत ओमकार के भाई संजय कुमार ने घटना की पूरी जानकारी दी। मुख्यवक्ता के रूप में जिलाध्यक्ष एम.पी. सिंह, विधानसभा अध्यक्ष गंगोह, इसम सिंह गौतम बेहट विधानसभा प्रभारी, शीशपाल सिंह, सचिव सैनी, डा. श्याम सिंह रहे वह अन्य हाफीज सरीफ अहमद, फरकान, ताबिज, इजहार अहमद, मो. अरशद, सलीम, राजकुमार कर्णवाल, डा. विपिन कुमार, संजय पेगवाल, रामभूल आदि लोग उपस्थित रहे, और अन्त में उन्होंने यह भी कहा कि यदि इसी प्रकार 85 प्रतिशत मूलनिवासियों के ऊपर अन्याय अत्याचार होता रहेगा तो बहुजन मुक्ति पार्टी देशव्यापी आन्दोलन करेगी।
बलिया/दै.मू.समाचार
हम चुनाव आयेाग का विरोध क्यों कर रहे हैं? जनता की वास्तविक इच्छा जानने के लिए चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए। क्या चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए काम किया? क्योंकि ऐसा ई.वी.एम के द्वारा संभव नहीं है। ई.वी.एम. के बारे में हमारे कुछ महत्वपूर्ण सवाल है। अमेरिका सबसे बड़ा विकसित राष्ट्र है। टेक्नोलाजी में भी विकसित है। परन्तु आज तक अमेरिका ने अपने राष्ट्रपति के चुनाव में ई.वी.एम. का उपयोग क्यों नहीं किया? विकसित यूरोपियन राष्ट्र भी ई.वी.एम. का उपयोग क्यों नहीं करते हैं? जर्मनी भी टेक्नोलाॅजी में विकसित राष्ट्र है। परन्तु उन्होंने ई.वी.एम. से चुनाव कराना बन्द कर दिया है। आस्ट्रेलिया में अभी तक ई.वी.एम. के द्वारा चुनाव नहीं होता है।
उपरोक्त सारे सवाल यह सिद्ध करती हैं कि ई.वी.एम. पर वहाँ कि जनता का विश्वास नहीं है। और इससे जनता की वास्तविक इच्छा के साथ खिलवाड़ हो सकता है। ऐसी उनकी मान्यता है। उपरोक्त बातों से यह सिद्ध होता है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र संवैधानिक संस्था होते हुए भी स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर रहा है। इसका मतलब है कि यह भी वर्तमान शासक वर्गो के नियंत्रण में कार्य कर रहा है। जो संविधान के विरोध में है। और इस तरह से बड़े पैमाने पर इस पेश की जनता की वास्तविक इच्छाओं का चुनाव आयोग के द्वारा दमन किया जा रहा है। हम चाहते हैं कि चुनाव कराने हेतु ई.वी.एम. मशीनों को रद्द कर देना चाहिए या फिर उससे इलेक्ट्रानिक स्लीप निकलना चाहिए जिसे वैलेट बाक्स में डाली जाए और ई.वी.एम. मशीन का आँकड़ा एवं इलेक्ट्रानिक स्लीप का आंकड़ा टैली हो, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में अशोक चंवर, अवधेश वर्मा, गुलबदन बौद्ध, मोती चन्द बागी, ओंकारनाथ गुप्ता, देवराज, बृजमोहन, अजय अम्बेडकर, शोएब आलम, रमेश चन्द मौर्य, बृजमोहन कुशवाहा, सत्य प्रकाश आदि भारी मात्रा में लोग उपस्थित रहे।
इलाहाबाद/दै.मू.समाचार
अभी-अभी 16वीं लोकसभा चुनाव हुए जिसके नतीजे भी आए लेकिन नतीजे आश्चर्यजनक रहे। भाजपा के जोरदार प्रचार-प्रसार से और भाजपा की जो लहर आम जनता मंे पैदा की गयी उसका परिणाम यह रहा कि देश के सभी लोकसभा सीटों से सिर्फ भाजपा की ही सीटें निकली। कहीं-कहीं तो पूरी की पूरी सीटे निकल आयी बाकी सभी राजनैतिक पार्टिया या तो उनका खाता ही नहीं खुला या फिर आशा के अनुरूप सीटें हासिल नहीं हुई। आम जनता में में यह चर्चा का विषय रहा और लोगों ने यह कहा कि जरूर इस बार शासक वर्ग ने ईवीएम के द्वारा कुछ गड़बड़ी की है। इस सम्बन्ध में 22/6/2014 को चुनाव आयोग के विरोध में लोकतंत्र बचाओं के अन्तर्गत बहुजन मुक्ति पार्टी ने इलाहाबाद जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और लोगों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे मा. राजेश मौर्या (जिला उपाध्यक्ष, बी.एम.पी.) ने कहा कि वर्ष 2010 में जब एनजीओं ने चुनाव आयोग के सामने यह साबित कर दिखाया कि ईवीएम मशीन से हर स्तर पर धोखाधड़ी की जा सकती है। जिसे चुनाव आयोग ने स्वीकार किया। फिर भी 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम का प्रयोग क्यों किया?
चुनाव आयोग द्वारा बनाया गया एक्सपर्ट कमेटी ने ईवीएम के विरोध में सलाह दिया फिर भी एक्सपर्ट कमेटी की बात क्यों नहीं मानी गयी? उपरोक्त बातों से यही सिद्ध होता है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र संवैधानिक संस्था होते हुए भी स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर रहा है। इसका मतलब है कि यह भी वर्तमान शासक वर्गों के नियंत्रण में कार्य कर रहा है। जो संविधान के विरोध में है और बड़े पैमाने पर इस देश के जनता की वास्तविक इच्छाओं का चुनाव आयोग के द्वारा दमन किया जा रहा हैं।
चुनाव आयोग एवं वर्तमान भ्रष्ट व्यवस्था के बारे में सभी वक्ताओे ने अपने अपने विचार रखे अन्त में एड.बी.एम.सिंह (प्रदेश अध्यक्ष, इलाहाबाद) ने अध्यक्षीय भाषण करते हुए कहा कि चुनाव प्रणाली में सुधार की जानी चाहिए जिसके लिये जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन सौंपा गया है। यह कार्यक्रम आगामी 29 जून को भी सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन रैलियाँ की जाएगी। अगस्त माह में राज्य स्तरीय महारैलियाँ एवं नवम्बर में राष्ट्रीय विशाल महारैली नई दिल्ली में किया जाएगा।
कार्यक्रम में मा. दीपक मौर्य (छात्रनेता इ.वि.वि.), मा. शैलेन्द्र भारती (जिलाध्यक्ष, बी.एम.पी.), मा. प्रदीप माही (मण्डल प्रभारी बी.एम.पी.), मा.हरिओम निराला (प्रदेश उपाध्यक्ष, बी.एम.पी.), आयु. किरन चैधरी (प्रदेश महासचिव, बी.एम.पी.), मा.नाथूराम बौद्ध, मा. महेन्द्र भारती, मा. राकेश गौड़, मा. नीरज पासी, मा.रामरक्षा कुशवाहा, मा. हौसला प्रसाद पटेल, मा.मोहम्द जैद, मा. एड.बृजेश निषाद (प्रदेश सचिव, बी.एम.पी.), मा. दीपक पटेल, मा.सुनील कुमार शर्मा, मा.सुनील गौतम, आयु.कुसुम गौतम आदि उपस्थित रहे।
हापुड़/दै.मू.समाचार
दिनांक 22.06.2014 दिन रविवार को बहुजन मुक्ति पार्टी के द्वारा ई.वी.एम. मशीनों में भारी गड़बड़ी की सम्भावनाओं को लेकर हापुड़ जिले में
कैलेक्ट्रेट स्थल पर धरना प्रर्दशन किया गया। इस अवसर पर बहुजन मुक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष मा. सतीश पाल सिंह ने बताया कि यह धरना बीएमपी के तत्वाधान में भारत के 29 राज्यों के 535 जिलों में जिला मुख्यालयों एवं तहसीलों मुख्यालयों पर किया जा रहा है। क्योंकि ई.वी.एम.मशीनों में भारी गड़बड़ी हुयी है। इस मशीनों के द्वारा चुनाव कराना लेाकतंत्र के विरोध में है। इसलिए हम सभी ई.वी.एम. मशीनों द्वारा किये गये चुनाव का विरोध करते हैं।
इस अवसर पर रामऔतार रघुवंशी जिला उपाध्यक्ष, बहुजन मुक्ति पार्टी ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए जबकि भारत में ऐसा नहीं है। अब चुनाव आयेाग को वर्ष 2010 में एनजीओ ने आयोग के समक्ष यह साबित कर दिया की ई.वी.एम. मशीन से धोखाधड़ी की जा सकती है। ई.वी.एम. से चुनाव क्यों कराया गया चुनाव द्वारा बनाई गयी एक्सपर्ट कमेटी ने ईवीएम के विरोध में सलाह दिया तो आयोग ने अपनी एक्सपर्ट कमेटी की बात को क्यों नहीं माना इन सभी बातों से सिद्ध होता है कि चुनाव आयोग पर शासक वर्ग का कब्जा है। और भारत में चुनाव आयेाग निष्पक्ष नहीं है। इसे लोकतंत्र के नाम पर भारत की जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। इस अवसर पर माइकल, करोड़ी सिंह, सतीश उर्फ टीटू, डा. अशोक, प्रमोद कुमार, ओमपाल सिंह, सिद्धार्थ राव गौतम, वेद प्रकाश, विजय सिंह, नरेश सिंह, डा. अदिते अम्बेडकर, रामशरण बौद्ध, रेखा सिंह, अंशुल शावंत, देवेन्द्र, भारत भूषण, अशोक कुमार आदि लोग उपस्थित थे।
बहुजन मुक्ति पार्टी ने चुनाव आयोग के विरोध मंे लोकतंत्र बचाओ अभियान के अंतर्गत आज 22 जून 2014 को देश के 29 राज्यांे मंे 535 जिलांे मंे राष्ट्रव्यापी धरना प्रदर्शन किया। जिसके अन्तर्गत बहुजन मुक्ति पार्टी के फरीदाबाद (हरियाणा) यूनिट ने उपायुक्त कार्यालय फरीदाबाद (हरियाणा) के प्रांगण मंे ईवीएम मशीनांे के मुद्दे पर चुनाव आयोग के विरोध मंे धरना प्रदर्शन करते हुए बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मा.कमल चन्द एडवोकेट ने कहा कि देश मंे पहली लोकतंत्र को खत्म करने के खिलाफ हो रहे षड्यंत्र को रोकने के लिए राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन दिया गया है। तथा राष्ट्रपति जी से यह भी कहा गया है कि 16 मई 2014 को घोषित चुनाव परिणाम के मद्दे नजर हमारी पार्टी का ईवीएम मशीनांे से भरोसा खत्म हो गया है।। जिस तरीके से बैलेट पेपर पर भौतिक सत्यापन संभव है वैसे ईवीएम में वोटांे की संख्या को वेरीफाई करना संभव नहीं है। जिस नाम के सामने बटन दबाया गया है वह वोट उसी उम्मीदवार को गया है या नहीं इसे ईवीएम मंे सत्यापित करना संभव नहीं है। ईवीएम मंे मतदाताआंे की इच्छा के विरूद्ध हेराफेरी करना कोई मुश्किल काम नहीं है। बहुजन मुक्ति पार्टी चाहती है कि भविष्य मंे मतदाताआंे की इच्छा जानने के लिए ईवीएम मशीन का प्रयोग बंद होना चाहिए या फिर ऐसी व्यवस्था की जाए कि मशीन से पेपर स्लीप बाहर निकले जो बैटल बाॅक्स मंे डाली जाए और ईवीएम का आंकडा पेपर स्लीप की गिनती के साथ टैली हो. इसके लिए इण्डियन इलेक्शन सर्विस का कैडर होना चाहिए जो राज्य और केन्द्र सरकार के नियंत्रण मंे नहीं हो। तभी फ्री एण्ड फेयर इलेेक्शन संभव होगा। और जनता की वास्तविक इच्छा का पता चल सकेगा।
चुनाव आयोग के विरोध मंे लोकतंत्र बचाओ अभियान के मुद्दे पर एक अन्य राजनीतिक पार्टी ‘‘हिन्दुस्तान क्रांति दल’’ का सहयोग भी हमारी पार्टी को मिला हिन्दुस्तान क्रान्ति दल के राष्ट्रीय महासचिव मा.शकील खान सैफी हमारे ज्ञापन को पढ़ कर लोगांे को सुनाया।
मुजफ्फरपुर/दै.मू.समाचार
चुनाव आयेाग द्वारा ई.वी.एम. मशीन में धोखाधड़ी को लेकर बहुजन मुक्ति पार्टी नारे बाजी के साथ धरना प्रदर्शन किया। बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मा. विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में रविवार को मुजफ्फरपुर (बिहार) में ई.वी.एम. मशीन को लेकर धरना प्रर्दशन किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मा. सिंह ने कहा कि
लोकतंत्र में चुनाव आयेाग ई.वी.एम. मशीन का प्रयोग कर देश के साथ धेखा धड़ी कर रही है। इसी धोखाधड़ी के साथ ई.वी.एम. मशीन में छेड़ छांड़ करके भाजपा की सरकार को बनाया जो देश जनता के साथ धोखा है। और इसको बीएमपी विरोध करती है।
ज्ञापन देते हुए मा. विजय सिंह ने कहा कि ई.वी.एम. मशीन को तत्काल बन्द किया जाए और बैलट पेपर का प्रयोग किया जाए जिससे लेाकतंत्र मयार्दा बना रहे नहीं तो बीएमपी इसके विरोध में जनआन्दोलन करने को बाध्य होगी धरना प्रदर्शन में डा. यू.एस. सहनी, नरेश कुमार निषाद, विन्देश्वरी ठाकुर, बालक नाथ सहनी, मदन कुश्वाहा, राम नरेश यादव, लड्डू सहनी (जिला अध्यक्ष) पप्पू यादव (जिला प्रवक्ता) अरविन्द पासवान, जयनाथ राम, आशुतोष राम, मुकेश सहनी, चन्दन कुमार, विरेन्द्र कुमार सहनी, सुरेन्द्र चन्द्रवंशी तथा अन्य कार्यकर्ता में उपस्थित रहे।
सहारनपुर/दै.मू.समाचार
चुनाव आयेाग के द्वारा जिस ई.वी.एम. का प्रयोग किया जाता है। उस मशीन को बनाने वाले देश जापान व अल्पविकसित देशों में भी ई.वी.एम. का प्रयोग नहीं किया जाता है। वर्ष 2010 में इसके प्रयोग को लेकर माननीय न्यायालय में वाद दायर किया गया जिसमें माननीय न्यायालय के ई.वी.एम. में वोट डालने के बाद एक पर्ची देने का आदेश किया गया जिससे यह पक्का हो सके। कि वोटर का वोट उसके द्वारा दिये गये बटन पर गया। लेकिन चुनाव आयोग ने ऐसा नहीं किया।
सभा की अध्यक्षता कर रहे बहुजन मुक्ति पार्टी के मण्डल कोआर्डिनेटर एडवोकेट विनोद तेजियान ने बताया कि ई.वी.एम. के माध्यम से लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है। दूसरी ओर जनपद में गुण्डा राज चरम पर है। बाबेल, शिमलना, नन्दपुर काण्ड के दोषियों को सजा अभी तक नहीं मिली। दल्हेडी गांव में दिनांक 13-6-2014 को सरेआम गोली मारकर हत्या की गयी। इससे यह साबित हो रहा है कि कानून की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। मूलनिवासी लोगों को कीडे मकोड़ों की तरह मारा जा रहा है। यह भी घोषणा की गयी कि दल्हेडी काण्ड को लेकर बहुजन मुक्ति पार्टी दोषियों को सजा दिलाने के लिए जनपद में बहुत बड़ा आन्दोलन करेगी। बीएमपी के प्रदेश सचिव इन्तखाब आजाद ने बताया कि जनपद में ऐसी घटनाओं को लेकर दोषियों को सजा दिलाने के लिए बड़ा आन्दोलन होगा। बैठक में मृत ओमकार के भाई संजय कुमार ने घटना की पूरी जानकारी दी। मुख्यवक्ता के रूप में जिलाध्यक्ष एम.पी. सिंह, विधानसभा अध्यक्ष गंगोह, इसम सिंह गौतम बेहट विधानसभा प्रभारी, शीशपाल सिंह, सचिव सैनी, डा. श्याम सिंह रहे वह अन्य हाफीज सरीफ अहमद, फरकान, ताबिज, इजहार अहमद, मो. अरशद, सलीम, राजकुमार कर्णवाल, डा. विपिन कुमार, संजय पेगवाल, रामभूल आदि लोग उपस्थित रहे, और अन्त में उन्होंने यह भी कहा कि यदि इसी प्रकार 85 प्रतिशत मूलनिवासियों के ऊपर अन्याय अत्याचार होता रहेगा तो बहुजन मुक्ति पार्टी देशव्यापी आन्दोलन करेगी।
बलिया/दै.मू.समाचार
हम चुनाव आयेाग का विरोध क्यों कर रहे हैं? जनता की वास्तविक इच्छा जानने के लिए चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए। क्या चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए काम किया? क्योंकि ऐसा ई.वी.एम के द्वारा संभव नहीं है। ई.वी.एम. के बारे में हमारे कुछ महत्वपूर्ण सवाल है। अमेरिका सबसे बड़ा विकसित राष्ट्र है। टेक्नोलाजी में भी विकसित है। परन्तु आज तक अमेरिका ने अपने राष्ट्रपति के चुनाव में ई.वी.एम. का उपयोग क्यों नहीं किया? विकसित यूरोपियन राष्ट्र भी ई.वी.एम. का उपयोग क्यों नहीं करते हैं? जर्मनी भी टेक्नोलाॅजी में विकसित राष्ट्र है। परन्तु उन्होंने ई.वी.एम. से चुनाव कराना बन्द कर दिया है। आस्ट्रेलिया में अभी तक ई.वी.एम. के द्वारा चुनाव नहीं होता है।
उपरोक्त सारे सवाल यह सिद्ध करती हैं कि ई.वी.एम. पर वहाँ कि जनता का विश्वास नहीं है। और इससे जनता की वास्तविक इच्छा के साथ खिलवाड़ हो सकता है। ऐसी उनकी मान्यता है। उपरोक्त बातों से यह सिद्ध होता है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र संवैधानिक संस्था होते हुए भी स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर रहा है। इसका मतलब है कि यह भी वर्तमान शासक वर्गो के नियंत्रण में कार्य कर रहा है। जो संविधान के विरोध में है। और इस तरह से बड़े पैमाने पर इस पेश की जनता की वास्तविक इच्छाओं का चुनाव आयोग के द्वारा दमन किया जा रहा है। हम चाहते हैं कि चुनाव कराने हेतु ई.वी.एम. मशीनों को रद्द कर देना चाहिए या फिर उससे इलेक्ट्रानिक स्लीप निकलना चाहिए जिसे वैलेट बाक्स में डाली जाए और ई.वी.एम. मशीन का आँकड़ा एवं इलेक्ट्रानिक स्लीप का आंकड़ा टैली हो, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में अशोक चंवर, अवधेश वर्मा, गुलबदन बौद्ध, मोती चन्द बागी, ओंकारनाथ गुप्ता, देवराज, बृजमोहन, अजय अम्बेडकर, शोएब आलम, रमेश चन्द मौर्य, बृजमोहन कुशवाहा, सत्य प्रकाश आदि भारी मात्रा में लोग उपस्थित रहे।
इलाहाबाद/दै.मू.समाचार
अभी-अभी 16वीं लोकसभा चुनाव हुए जिसके नतीजे भी आए लेकिन नतीजे आश्चर्यजनक रहे। भाजपा के जोरदार प्रचार-प्रसार से और भाजपा की जो लहर आम जनता मंे पैदा की गयी उसका परिणाम यह रहा कि देश के सभी लोकसभा सीटों से सिर्फ भाजपा की ही सीटें निकली। कहीं-कहीं तो पूरी की पूरी सीटे निकल आयी बाकी सभी राजनैतिक पार्टिया या तो उनका खाता ही नहीं खुला या फिर आशा के अनुरूप सीटें हासिल नहीं हुई। आम जनता में में यह चर्चा का विषय रहा और लोगों ने यह कहा कि जरूर इस बार शासक वर्ग ने ईवीएम के द्वारा कुछ गड़बड़ी की है। इस सम्बन्ध में 22/6/2014 को चुनाव आयोग के विरोध में लोकतंत्र बचाओं के अन्तर्गत बहुजन मुक्ति पार्टी ने इलाहाबाद जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और लोगों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे मा. राजेश मौर्या (जिला उपाध्यक्ष, बी.एम.पी.) ने कहा कि वर्ष 2010 में जब एनजीओं ने चुनाव आयोग के सामने यह साबित कर दिखाया कि ईवीएम मशीन से हर स्तर पर धोखाधड़ी की जा सकती है। जिसे चुनाव आयोग ने स्वीकार किया। फिर भी 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम का प्रयोग क्यों किया?
चुनाव आयोग द्वारा बनाया गया एक्सपर्ट कमेटी ने ईवीएम के विरोध में सलाह दिया फिर भी एक्सपर्ट कमेटी की बात क्यों नहीं मानी गयी? उपरोक्त बातों से यही सिद्ध होता है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र संवैधानिक संस्था होते हुए भी स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर रहा है। इसका मतलब है कि यह भी वर्तमान शासक वर्गों के नियंत्रण में कार्य कर रहा है। जो संविधान के विरोध में है और बड़े पैमाने पर इस देश के जनता की वास्तविक इच्छाओं का चुनाव आयोग के द्वारा दमन किया जा रहा हैं।
चुनाव आयोग एवं वर्तमान भ्रष्ट व्यवस्था के बारे में सभी वक्ताओे ने अपने अपने विचार रखे अन्त में एड.बी.एम.सिंह (प्रदेश अध्यक्ष, इलाहाबाद) ने अध्यक्षीय भाषण करते हुए कहा कि चुनाव प्रणाली में सुधार की जानी चाहिए जिसके लिये जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन सौंपा गया है। यह कार्यक्रम आगामी 29 जून को भी सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन रैलियाँ की जाएगी। अगस्त माह में राज्य स्तरीय महारैलियाँ एवं नवम्बर में राष्ट्रीय विशाल महारैली नई दिल्ली में किया जाएगा।
कार्यक्रम में मा. दीपक मौर्य (छात्रनेता इ.वि.वि.), मा. शैलेन्द्र भारती (जिलाध्यक्ष, बी.एम.पी.), मा. प्रदीप माही (मण्डल प्रभारी बी.एम.पी.), मा.हरिओम निराला (प्रदेश उपाध्यक्ष, बी.एम.पी.), आयु. किरन चैधरी (प्रदेश महासचिव, बी.एम.पी.), मा.नाथूराम बौद्ध, मा. महेन्द्र भारती, मा. राकेश गौड़, मा. नीरज पासी, मा.रामरक्षा कुशवाहा, मा. हौसला प्रसाद पटेल, मा.मोहम्द जैद, मा. एड.बृजेश निषाद (प्रदेश सचिव, बी.एम.पी.), मा. दीपक पटेल, मा.सुनील कुमार शर्मा, मा.सुनील गौतम, आयु.कुसुम गौतम आदि उपस्थित रहे।
हापुड़/दै.मू.समाचार
दिनांक 22.06.2014 दिन रविवार को बहुजन मुक्ति पार्टी के द्वारा ई.वी.एम. मशीनों में भारी गड़बड़ी की सम्भावनाओं को लेकर हापुड़ जिले में
कैलेक्ट्रेट स्थल पर धरना प्रर्दशन किया गया। इस अवसर पर बहुजन मुक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष मा. सतीश पाल सिंह ने बताया कि यह धरना बीएमपी के तत्वाधान में भारत के 29 राज्यों के 535 जिलों में जिला मुख्यालयों एवं तहसीलों मुख्यालयों पर किया जा रहा है। क्योंकि ई.वी.एम.मशीनों में भारी गड़बड़ी हुयी है। इस मशीनों के द्वारा चुनाव कराना लेाकतंत्र के विरोध में है। इसलिए हम सभी ई.वी.एम. मशीनों द्वारा किये गये चुनाव का विरोध करते हैं।
इस अवसर पर रामऔतार रघुवंशी जिला उपाध्यक्ष, बहुजन मुक्ति पार्टी ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए जबकि भारत में ऐसा नहीं है। अब चुनाव आयेाग को वर्ष 2010 में एनजीओ ने आयोग के समक्ष यह साबित कर दिया की ई.वी.एम. मशीन से धोखाधड़ी की जा सकती है। ई.वी.एम. से चुनाव क्यों कराया गया चुनाव द्वारा बनाई गयी एक्सपर्ट कमेटी ने ईवीएम के विरोध में सलाह दिया तो आयोग ने अपनी एक्सपर्ट कमेटी की बात को क्यों नहीं माना इन सभी बातों से सिद्ध होता है कि चुनाव आयोग पर शासक वर्ग का कब्जा है। और भारत में चुनाव आयेाग निष्पक्ष नहीं है। इसे लोकतंत्र के नाम पर भारत की जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। इस अवसर पर माइकल, करोड़ी सिंह, सतीश उर्फ टीटू, डा. अशोक, प्रमोद कुमार, ओमपाल सिंह, सिद्धार्थ राव गौतम, वेद प्रकाश, विजय सिंह, नरेश सिंह, डा. अदिते अम्बेडकर, रामशरण बौद्ध, रेखा सिंह, अंशुल शावंत, देवेन्द्र, भारत भूषण, अशोक कुमार आदि लोग उपस्थित थे।
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