शुक्रवार, 14 नवंबर 2014

सिख विरोधी दंगों में RSS, BJP के लोगों का भी हाथ'

सिख विरोधी दंगों में RSS, BJP के लोगों का भी हाथ'

23 Apr 2014, 0024 hrs IST,भाषा  
kadam
शिवसेना नेता रामदास कदम ने नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मंच पर दिया विवादास्पद भाषण
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नई दिल्ली
कांग्रेस ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामलों से मंगलवार को आरएसएस, बीजेपी और फॉर्मर पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के एक इलेक्शन एजेंट का नाम जोड़ा। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए बीजेपी-एसएडी गठबंधन को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस स्पोक्सपर्सन रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दंगों के मामले में आरएसएस, बीजेपी, कांग्रेस और कई संगठनों के नेताओं को आरोपी बनाया गया था। बीजेपी, आरएसएस के नेताओं और अटल बिहारी वाजपेयी के एक इलेक्शन एजेंट के नाम भी जांच एजेंसियों के सामने आए थे।

सुरजेवाला ने कहा कि वह दुखद और अमानवीय घटना थी। कांग्रेस प्रेजिडेंट सोनिया गांधी और पीएम मनमोहन सिंह अपनी पीड़ा जता चुके हैं। सुरजेवाला एक न्यूज पोर्टल की ओर से किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन पर कॉमेंट कर रहे थे। सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी और एसएडी सियासी जमीन हासिल करने के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही हैं। वहीं, नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपने अभियान को तेज करते हुए कांग्रेस ने बीजेपी, संघ परिवार और शिवसेना के कई नेताओं के कथित 'भडकाऊ भाषणों' के विडियो क्लिप भी जारी किए। कांग्रेस ने इसके साथ ही 'सांप्रदायिक आग भड़काने' का आरोप लगाकर उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी से माफी मांगने और उनके करीबी सहयोगी अमित शाह, बीजेपी नेता गिरिराज सिंह, साथ ही वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया व शिवसेना नेता रामदास कदम के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की। इन नेताओं के विवादास्पद भाषणों की सीडी जारी करने हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी का विकास का छद्म मुखौटा उतर गया है, वह और उनकी पार्टी बीजेपी किसी भी कीमत पर सत्ता हासिल करने का प्रयास कर रही हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि सत्ता के अपने लोभ में मोदी, बीजेपी और संघ परिवार सांप्रदायिक आधार पर देश को बांटने का सम्मिलित अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भड़काऊ और सांप्रदायिक भाषण षडयंत्र का हिस्सा हैं। सुरजेवाला ने कहा कि सांप्रदायिक आधार पर राष्ट्र का ध्रुवीकरण करने और देश के मूल को अस्थिर करने का यह एक राजनीतिक अजेंडा है जिसे मोदी और संघ परिवार द्वारा लागू किया जा रहा है।

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