बुधवार, 5 अक्तूबर 2016

“दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवाद, ब्राह्मणवाद है” – दिलीप मंडल


“दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवाद, ब्राह्मणवाद है” – दिलीप मंडल


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ब्राह्मणवाद दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवाद है, क्योंकि इसकी वजह से जो मार खाता है, उसे कोई शिकायत नहीं है। वह मजे से मार खाता है, ताकि उसका परलोक सुधर जाए।
वह अपमानित होता है और अपमानित करने वाले को दक्षिणा भी देता है। इटली के समाजशास्त्री अंतोनियो ग्राम्शी इसे ‘हेजेमनी बाई कंसेंट’ कहते हैं, यानी पीड़ित की सहमति से चल रहा वर्चस्ववाद। इसके लिए सहमति की संस्कृति बनाई जाती है, यही ब्राह्मण धर्म है।
बहुजनों की सहमति से अल्पजन का राज, इसका सबसे बुरा असर यह है कि अपार प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद भारत आज दुनिया के सबसे गरीब, निरक्षर, बीमार और लाचार देशों में एक है। जीवन के हर क्षेत्र में सवर्ण वर्चस्व ने देश का बुरा हाल कर दिया है।
क्या आपने कभी सोचा है कि 1946-47 की विश्व इतिहास की भीषणतम सांप्रदायिक हिंसा के दौर में, जब 10 लाख से ज्यादा लोग मारे गए, तब भी बाबा साहेब जातिमुक्त भारत के बारे में ही लिख रहे थे?
बाबा साहेब जानते थे कि भारत के ज्यादातर लोगों की समस्या जाति है। उससे मुक्ति जरूरी है। यही भारत की असली आजादी है। यही राष्ट्र निर्माण है।
लेकिन यूनियन कैबिनेट में कुल 26 मंत्री हैं। जिनमें…
गृहमंत्री : राजपूत
कृषि मंत्री : राजपूत
ग्रामीण विकास: राजपूत
रक्षा मंत्री : ब्राह्मण
वित्त मंत्री : ब्राह्मण
रेल मंत्री : ब्राह्मण
विदेश मंत्री : ब्राह्मण
शिक्षा मंत्री : ब्राह्मण
सड़क परिवहन मंत्री : ब्राह्मण
स्वास्थ्य मंत्री: ब्राह्मण
कैमिकल मंत्री : ब्राह्मण
पर्यावरण मंत्री : ब्राह्मण
खादी मंत्री : ब्राह्मण
कपड़ा मंत्री : ईरानी ब्राह्मण
स्टील मंत्री : जाट
क़ानून मंत्री : कायस्थ
संचार मंत्री : कम्मा(पिछड़ा)
खाद्य मंत्री : दलित
इनकी टैलेंट और मेरिट की फैक्ट्री महाराष्ट्र में लगी है।
इन नौ भूदेवों में चार अकेले महाराष्ट्र के।
महाराष्ट्र के लोगों को बधाई।
मोहन भागवत को पेशवा राज स्थापित होने पर बधाई।
केंद्रीय मंत्रिमंडल यानी यूनियन कैबिनेट की बैठक।
वित्त मंत्री, रेल मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री, कैमिकल एंड फर्टिलाइजर मंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, लघु और मझौले उद्योग मंत्री, ट्रांसपोर्ट और बंदरगाह मंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्री, प्रवासी मामले की मंत्री, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री…नरेंद्र मोदी………..
दैनिक जागरण के मालिक ने अखिलेश यादव से पूछा था कि यूपी पुलिस में कितने यादव हैं। अब वे नरेंद्र मोदी से पूछ सकते हैं कि उनकी लगभग आधी कैबिनेट एक ही जाति से क्यों भरी हुई है।
यादव = 00
कुर्मी, पटेल = 00
जाटव = 00
कुशवाहा, मौर्या = 00
मल्लाह, निषाद = 00
लिंगायत = 00
अंसारी, जुलाहा = 00
वन्नियार = 00
कपू = 00
नायर = 00
और संख्या की दृष्टि से ये भारत की कुछ सबसे बड़ी जातियां हैं। ऐसे में 26 में से 9 मंत्री एक ही जाति से बनाना और वह भी उस जाति से जिसकी संख्या काफी कम है, एक गहरे सामाजिक असंतुलन की ओर संकेत करता है।
यह जरूर है मनुस्मृति के हिसाब से चलने वाली केंद्र सरकार कि कैबिनेट मंत्रियों के पदों को पाँच को छोड़कर सभी को सवर्णों से भरने के बाद, राज्य मंत्रियों यानी जूनियर मिनिस्टर बनाने में सामाजिक संतुलन का ध्यान रखा गया है और जूनियर मंत्री पदों पर SC, ST, OBC को जगह दी गई है। लेकिन वहां भी स्वतंत्र प्रभार देने में खेल किया गया है।
-दिलीप मंडल
दिलीप मंडल

(दिलीप मंडल ब्लॉगर, विचारक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इस लेख के विचार पूर्णत: निजी हैं, इस लेख को लेकर अथवा इससे असहमति के विचारों का भी myzaviya.com स्‍वागत करता है । इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है। ब्‍लॉग पोस्‍ट के साथ अपना संक्षिप्‍त परिचय और फोटो भी myzaviya.com@gmail.com भेजें।)

मंगलवार, 4 अक्तूबर 2016

गुजरात : “नवरात्री गरबा के दौरान 25-50% कंडोम बिक्री में बढ़ोतरी”

गुजरात : “नवरात्री गरबा के दौरान 25-50% कंडोम बिक्री में बढ़ोतरी”




नवरात्री में गरबा के दौरान ही 25 फिसदी कंडोम और गर्भ निरोधक गोलियो की बिक्री बढी है।


अहमदाबाद। एक रिपोर्ट के माध्यम से यह बात सामने आई है गुजरात में पिछले कई सालों के आँकड़ो पर नज़र ड़ाले तो साल दर साल रिकोर्ड तोड़ कंडोम की बिक्री में बढोतरी हुई है। नवरात्री में गरबा के दौरान ही 25 फिसदी कंडोम और गर्भ निरोधक गोलियो की बिक्री बढी है। विशेष रुप से गुजरात के सुरत और अहमदाबाद में 50 फिसदी तक बिक्री में बढोतरी हुई हैं।

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इसके अलावा, कंडोम कंपनियों अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए प्रोमोशन करती है और साथ में कई ऑफर भी देती हैं। केवल यही नहीं, नवरात्री के दौरान गुजरात में गरबा आयोजन स्थलों पर सरकारी संगठनों की ओर से स्वयंसेवकों को भी तैनात किया जाता है। साथ ही एड्स के बारे में जागरुकता भी फैलायी जाती है।
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screenshot_14सर्वेक्षण किए जाने पर मालुम हुआ कि युवा पूरे वर्ष इस त्योहार के लिए प्रतीक्षा करते हैं ताकि अभिभावको की आँखों में धुल झोक कर नैतिक बाधाओं को तोड़ने का मोका मिल जाए। नवरात्र के दौरान डांडिया और गरबा के अलावा सेक्स जैसे शब्द सुनने से अजीब तो लगता है लेकिन दुर्भाग्य से यह एक चौंकाने वाली हकीकत में बदल गया है।
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कई तरह के गरबा करने के लिए पहने गए कपडो में लड़के लड़कियो के साथ देर रात तक ड़ांस करते हैं। इसके पीछे उनका कुछ ओर ही इरादा छिपा हुआ होता हैं लेकीन आश्चर्य वाली बात यह है कि महिलाएं भी दुकानों से गर्भ निरोधक गोली खरीदने से नही हिचकीचाती।
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लगभग यह सच एक दशक से चला आ रहा हैं लेकिन एसी स्थिति में बच्चों के माता – पिता को यह बात पचती नहीं है।
अब कंडोम कि बिक्री की वृद्दि होने से वहां के निजी जासूसों की मांग सूरत और अहमदाबाद जैसे शहरों में बढ़ती जा रही है। पेरन्टंस अपने बेटे और बेटियों पर नजर रखने के लिए इन जासूसों को हायर करते हैं।
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एचआईवी -एड्स सलाहकार और सामजशास्त्री डॉ गौरांग जानी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम रापथ क्लब, कर्णावती कल्ब साथ ही अन्य क्षेत्रों में गरबा आयोजन स्थलों पर जागरूकता स्टाल लगाते हैं जहां युवाओ को जागुरुक किया जाता हैं और इससे हमें एक सकारात्मक बदलाव का संकेत मिल रहा है। युवा अब इस विषय पर खुल कर चर्चा करने के लिए आगे आ रहें हैं।

विपिन सर (Maths Masti) और मैं

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