सोमवार, 10 जून 2013

नौ साल में PM के 62 विदेशी दौरों पर खर्च हुए 642 करोड़


Posted on Jun 10, 2013 at 09:21am IST

नई दिल्ली। पिछले नौ साल में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विदेश दौरों पर 642 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हुए हैं। सूचना का अधिकार कानून के तहत इस जानकारी का खुलासा प्रधानमंत्री कार्यालय ने किया है। खास बात ये है कि प्रधानमंत्री कार्यालय मनमोहन सिंह के 5 विदेशी दौरों का हिसाब नहीं दे पाया है। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के हवाई दौरों के बाद अब दूसरे विशिष्ट लोगों की जानकारी सामने आ रही है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विदेश यात्राओं के हिसाब-किताब में 9 साल, 67 विदेश यात्राएं, 62 यात्राओं में 642 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च और 5 यात्राओं के बिल नहीं मिले । सूचना का अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में ये खुलासा हुआ है। मनमोहन सिंह साल 2004 में प्रधानमंत्री बने। तब से अब तक करीब 9 साल में उन्होंने 67 विदेशी दौरे किए हैं। सूचना के अधिकार कानून के तहत प्रधानमंत्री कार्यालय से उनके दौरे के बारे में जानकारी मांगी गई। प्रधानमंत्री कार्यालय से बताया गया कि उनकी हवाई यात्रा पर कुल 642.45 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इनमें 5 विदेश यात्राओं के खर्च नहीं जोड़े गए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि बाकी 5 यात्राओं के बिल नहीं मिले।
नौ साल में PM के 62 विदेशी दौरों पर खर्च हुए 642 करोड़
आरटीआई के तहत मिली जानकारी के मुताबिक मनमोहन सिंह साल 2012 में जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए मैक्सिको और रियो प्लस 20 शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील गए थे। उनके इस सात दिवसीय दौरे पर सबसे ज्यादा 26.94 करोड़ रुपये खर्च हुए। 2010 में प्रधानमंत्री परमाणु सुरक्षा सम्मेलन, ब्रिक सम्मेलन और इब्सा सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका के वाशिंगटन डीसी और ब्राजील गए थे। इस दौरे की हवाई यात्रा पर 22.70 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।



दरअसल केंद्रीय सूचना आयोग ने हाल ही में दिए अपने एक आदेश में मंत्रिमंडल सचिवालय से व्यापक जनहित के मद्देनजर मंत्रियों और वीवीआईपी की यात्रा पर हुए खर्च का ब्यौरा सार्वजनिक करने को कहा था। मुख्य सूचना आयुक्त यानी सीआईसी सत्यानंद मिश्रा ने कहा कि हमने देखा है कि राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसी रसूखदार हस्तियों की यात्रा को लेकर लोगों की गहरी दिलचस्पी रहती है और आरटीआई आवेदनों के जरिए अक्सर इन दौरों के बारे में जानकारी मांगी जाती है। जाहिर है सीआईसी ने लोगों की इस दिलचस्पी को जनहित में माना और तमाम हस्तियों के दौरों का खर्च सार्वजनिक करने के आदेश दिए। लोकतंत्र के लिहाज से निश्चित रूप से ये अच्छी पहल है।
असल में पिछले साल पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की हवाई यात्राओं के खर्चे को लेकर विवाद हुआ था। तब आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी से प्रतिभा पाटिल के विदेशी दौरों के खर्चों का खुलासा हुआ था। खुलासों के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान विदेशी दौरों पर 223 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इसके बाद वीआईपी दौरों को लेकर बहस शुरू हो गई थी।

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