आइंस्टीन का सिद्धांत कटघरे में, न्यूट्रीनो की गति प्रकाश से तेज
शनिवार, नवंबर 19, 2011,15:16 [IST]
P CHIDAMBARAM ON TERRORIST ORGANIZA...
एक बार फिर भौतिकी की दुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला सर्न में सबएटॉमिक पार्टिकल न्यूट्रिनो की गति प्रकाश की गति से भी ज्यादा पाई गई है। यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूलियर रिसर्च (सर्न) के वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्होंने अक्तूबर के महीने में इस प्रयोग को पहले से कहीं ज्यादा पुख्ता तरीके से 20 बार दोहराया । हर बार न्यूट्रीनो की गति प्रकाश से तेज पाई गई। वैज्ञानिक एंटोनियो ने कहा कि अब मुझे नहीं लगता कि इस प्रयोग में कोई खामी हो सकती है।
उन्होंने कहा अब हमारे पास यह साबित करने के लिए सबूत है कि न्यूट्रीनो की गति प्रकाश से तेज है। उन्होंने प्रयोगों में पाया कि परमाणु से छोटे कणों न्यूट्रीनो की चाल प्रकाश की गति से कहीं ज्यादा है। जबकि आइंस्टीन के विशेष सापेक्षता सिद्धांत के तहत ऐसा संभव नहीं है। यदि वैज्ञानिकों की यह खोज सही है, तो इससे प्रकृति के नियमों, यूनिवर्स यानी ब्रह्मांड के सिद्धांतों पर फिर से विचार करने की जरूरत पड़ सकती है। सर्न ने उसके 'ओपेरा" प्रयोग के तहत न्यूट्रीनो की एक बीम जेनेवा के पास स्थित पार्टिकिल एसीलरेटर से दागी।
यह बीम 732 किमी दूर इटली में स्थित एक लैब में केवल 60 नैनो सेकेंड में पहुंच गई। इस तरह इसकी गति प्रकाश की गति से ज्यादा रही। सितंबर में जो प्रयोग किए गए थे, उसमें भी यही रिजल्ट आए थे। सर्न के रिसर्च डायरेटर सर्गियो बर्टोलुसी ने कहा कि यदि इन नतीजों की पुष्टि होती है तो फिजिक्स पर हमारा नजरिया बदलना पड़ेगा। एजेंसी वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि यह नतीजे सहीं है तो इसमें कोई शक नहीं है कि हमारे लिए समस्याएं खड़ी होने वाली हैं। प्रयोगशाला के प्रवक्ता एंटोनियो एरेडिटाटो ने कहा, हमने इसकी हर संभव वजह खोजने की कोशिश की।
हम अपनी गलती खोजना चाहते थे कि आखिर हमसे कहां गलती हो गई है कि जिससे सबएटॉमिक पार्टिकल न्यूट्रीनो की गति प्रकाश की गति से भी ज्यादा पाई गई है। लेकिन हमें सबकुछ ठीक मिला। अमेरिका और जापान के वैज्ञानिक भी स्वतंत्र रूप से न्यूट्रीनो पर प्रयोग करने जा रहे हैं। उनके नतीजे आने के बाद अंतिम फैसला हो सकेगा कि प्रकाश से कोई तेज है या नहीं। गौरतलब है 1905 में महानतम वैज्ञानिक आइंस्टीन ने थ्योरी आफ स्पेशल रिलेटिविटी पेश की थी। इसके तहत बताया गया था कि शून्य में प्रकाश की जो गति है उससे ज्यादा गति यूनिवर्स में किसी भी चीज की नहीं हो सकती।